Bariatric Surgery Skin Cancer का Risk कम करती है
Bariatric Surgery Skin Cancer का Risk कम करती है - शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च के दौरान पाया कि जो पेशेंट बेरियाट्रिक सर्जरी कराते हैं।
उनमें अपने आप ही स्किन कैंसर और मेलानोमा होने का रिस्क कम हो जाता है और यह सर्जरी आमतौर पर इन स्किन कैंसर के होने वाले खतरे को खत्म करती है।
Bariatric Surgery मोटापा कम करने के ही काम नहीं करती है। बल्कि जो लोग इस सर्जरी को कराते हैं, उन्हें Skin Cancer होने का खतरा भी कम हो जाता है।
इसमें मेलानोमा भी शामिल है। मेलानोमा उस स्थिति को कहा जाता है, जब स्किन को कलर देने वाली सेल्स में कैंसर पनप जाता है। यह स्टडी हाल ही JAMA Dermatology में पब्लिश हुई है।
इस रिसर्च में इन बीमारियों से जुड़े कई अलग-अलग ऑस्पेक्ट्स को शामिल किया गया था। इस शोध में उन पेशंट्स को शामिल किया गया
जिन्होंने ओबेसिटी को कम करने के लिए बेरियाट्रिक सर्जरी कराई थी। इन पेशंट्स की संख्या 2 हजार 40 थी।
और ना ही इंसुलिन, ग्लूकोज, लिपिड और क्रिएटिनिन स्तर, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर, शराब का सेवन या धूम्रपान से इसका रिश्ता था।
Also Read This:
NASA 2020 में मंगल ग्रह पर भजे रहा एक Trip
हिंद महासागर और प्रशांत महासागर का पानी आपस में क्यों नहीं मिलता
उनमें अपने आप ही स्किन कैंसर और मेलानोमा होने का रिस्क कम हो जाता है और यह सर्जरी आमतौर पर इन स्किन कैंसर के होने वाले खतरे को खत्म करती है।
Bariatric Surgery मोटापा कम करने के ही काम नहीं करती है। बल्कि जो लोग इस सर्जरी को कराते हैं, उन्हें Skin Cancer होने का खतरा भी कम हो जाता है।
इसमें मेलानोमा भी शामिल है। मेलानोमा उस स्थिति को कहा जाता है, जब स्किन को कलर देने वाली सेल्स में कैंसर पनप जाता है। यह स्टडी हाल ही JAMA Dermatology में पब्लिश हुई है।
Research At the University of Gothenburg, Sweden(स्वीडन के गोथेनबर्ग विश्वविद्यालय में रिसर्च)
स्वीडन के गोथेनबर्ग विश्वविद्यालय से पीएच.डी. मैग्डेलेना टूब ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर स्किन कैंसर और मेलेनोमा पर बेरियाट्रिक सर्जरी के प्रभाव और मोटापे पर नियंत्रण को लेकर रिसर्च की।इस रिसर्च में इन बीमारियों से जुड़े कई अलग-अलग ऑस्पेक्ट्स को शामिल किया गया था। इस शोध में उन पेशंट्स को शामिल किया गया
जिन्होंने ओबेसिटी को कम करने के लिए बेरियाट्रिक सर्जरी कराई थी। इन पेशंट्स की संख्या 2 हजार 40 थी।
शोधकर्ताओं की रिसर्च के दौरान
शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च के दौरान पाया कि जो पेशेंट बेरियाट्रिक सर्जरी कराते हैं, उनमें स्वत: स्किन कैंसर और मेलानोमा होने का रिस्क कम हो जाता हैऔर यह सर्जरी आमतौर पर इन स्किन कैंसर के होने की संभावनाओं को खत्म करती है। त्वचा कैंसर के जोखिम में कमी का आधार बॉडी मास इंडेक्स या वजन सर्जरी के बाद वजन का घट जाना नहीं था
और ना ही इंसुलिन, ग्लूकोज, लिपिड और क्रिएटिनिन स्तर, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर, शराब का सेवन या धूम्रपान से इसका रिश्ता था।
Also Read This:
NASA 2020 में मंगल ग्रह पर भजे रहा एक Trip
हिंद महासागर और प्रशांत महासागर का पानी आपस में क्यों नहीं मिलता
शोध का क्या निष्कर्ष
शोध में साबित हुआ कि इन निष्कर्षों से पता चलता है कि बेरिएट्रिक सर्जरी के बाद मोटापे के साथ रोगियों में मेलेनोमा की घटनाओं में काफी कमी आ जाती है,
जिस कारण स्किन कैंसर का रिस्क घटता है। हालांकि इस दिशा में अभी काफी काम किया जाना बाकी है। दुनियाभर में मोटापे की बीमारी जिस तरह बढ़ रही है, वह कई अन्य बीमारियों का कारण भी बन रही है।
सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें फेसबुक (facebook) और ट्विटर (twitter) पर फॉलो करें Best articles around the web and you may like Newsexpresstv.in for that must read articles
Read More Here
Read More Here